Raj Ghat is a significant memorial site located in Delhi, India. It is dedicated to Mahatma Gandhi, the father of the nation and one of the most prominent figures in India’s freedom struggle. Here is some information about Raj Ghat, including its history, timings, and entry fee:
History:
Raj Ghat was established as a memorial to Mahatma Gandhi, who was assassinated on January 30, 1948. The site was originally a simple platform of black marble where his body was cremated in accordance with Hindu traditions. It is situated on the western bank of the Yamuna River, near the historic Red Fort in Old Delhi.
The design of Raj Ghat is minimalist, reflecting Gandhi’s philosophy of simplicity and non-materialism. The memorial complex comprises a square-shaped platform made of black marble, with an eternal flame burning at one end. The words “Hey Ram,” which are believed to be Gandhi’s last words, are inscribed on the platform.
Timings:
Raj Ghat is open to the public every day of the week, including weekends and public holidays. The visiting hours are from 6:30 AM to 6:00 PM.
Entry Fee:
There is no entry fee to visit Raj Ghat. It is open to all visitors without any charge.
Guidelines for Visitors:
When visiting Raj Ghat, it is essential to maintain a respectful and solemn atmosphere, as it is a memorial site dedicated to a revered leader.
Here are a few guidelines to follow:
- Dress modestly and appropriately. Both men and women should avoid wearing revealing or inappropriate attire.
- Photography is allowed, but it is advisable to refrain from taking selfies or engaging in any disruptive behavior.
- Silence should be observed while inside the memorial area.
- Avoid carrying large bags, as security restrictions may be in place.
- Visitors are encouraged to pay their respects and offer flowers at the memorial.
Other Attractions:
Raj Ghat is part of a larger complex that includes several other memorials and museums dedicated to Indian leaders. Some of the notable attractions nearby include the Gandhi Smriti Museum, which is housed in the building where Gandhi spent the last 144 days of his life, and the National Gandhi Museum, which exhibits a vast collection of artifacts related to Gandhi’s life and teachings.
Raj Ghat serves as a symbol of Gandhi’s legacy and continues to attract visitors from all over the world who seek to pay their respects to the great leader.
—————————————————————————————————————————————-
राज घाट भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए बनाया गया एक स्मारक स्थल है। यह दिल्ली, भारत में स्थित है और गांधीजी को उनकी मृत्यु के बाद समर्पित किया गया था।
राज घाट गंगा नदी के तट पर स्थित है और इसमें गांधीजी की संदेहवादी संस्कृति के अनुसार एक साधू के तरह अंतिम संस्कार दिए गए थे। उनकी शांति के लिए एक बिजली जलाकर श्रद्धा भावना को जताया जाता है।
राज घाट एक शांतिपूर्ण और प्राकृतिक स्थल है, जहां लोग आकर्षित होते हैं और महात्मा गांधी के योगदान और विचारों को याद करते हैं। यहां आकर्षक वातावरण और धार्मिक माहौल का अनुभव करने के लिए अनेक पर्यटक आते हैं।
यहां पर्यटक धार्मिक रूप से स्थानीय लोगों के साथ मिलकर विभिन्न प्रकार के पूजा-अर्चना के अवसर का भी लाभ उठा सकते हैं और गांधीजी के विचारों को समझने और उनके संदेशों से प्रेरित होने का एक अवसर प्राप्त करते हैं।
कृपया ध्यान दें कि मेरे पास जानकारी कटौती सितंबर 2021 तक है, इसलिए यदि आपको ताज़ा और अधिक विवरण चाहिए, तो आपको सीधे राज घाट और उसके सम्बंधित विवरण की जांच करने की सलाह दी जाती है।
राज घाट, दिल्ली: जानकारी, इतिहास, समय, प्रवेश शुल्क
1. जानकारी:
– राज घाट भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित एक स्मारक स्थल है।
– यह दिल्ली, भारत के पुरानी सब्जी मंडी के पास, गंगा नदी के तट पर स्थित है।
2. इतिहास:
– राज घाट का निर्माण महात्मा गांधी की मृत्यु के बाद, 31 जनवरी 1948 में हुआ था।
– गांधीजी की अंतिम अहुति यहां पर की गई थी और उनके अंतिम संस्कार के लिए यह स्थान चयनित किया गया था।
3. समय:
– राज घाट साल भर में समय के आधार पर खुला रहता है।
– दर्शन समय: सुबह 6:30 बजे से लेकर शाम 6:30 बजे तक है।
4. प्रवेश शुल्क:
– राज घाट का दर्शन नि:शुल्क है।
– किसी भी प्रकार के प्रवेश शुल्क का अभ्यंतरीणन नहीं किया जाता है।
राज घाट दिल्ली भ्रमण के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है और इसे राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट, और अन्य पर्यटन स्थलों के साथ मिलाकर देखने का एक सुनहरा मौका है। यहां गांधीजी के समर्थन में एक शांतिपूर्ण माहौल है जहां लोग आकर्षित होते हैं और उनके योगदान को याद करते हैं।
If you don’t like this article/post please share your feedback.